Monday 31 July 2023

National Oral Hygiene Day (01 August 2023 )

बौबी शर्मा (दंत स्वास्थ्य विज्ञानी)
दन्त विभाग पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय
अलीगढ़ (उ०प्र०)


राष्ट्रीय मुख स्वास्थ्य दिवस (01 अगस्त 2023)

National Oral Hygiene Day (01/08/2023 )


भारत में प्रति वर्ष 01 अगस्त को भारतीय पेरियोडोंटोलॉजी सोसाइटी के संस्थापक डॉ गोविंद बी०शंखवलकर की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय मुख स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत की गई थी। वह देश के पहले स्नातकोत्तर शिक्षक थे जिन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय में पेरियोडोंटिक्स पाठ्यक्रम में एम.डी.एस की शुरुआत की थी.

मुख स्वास्थ्य दिवस का महत्व

प्रत्येक वर्ष 01 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय ओरल हाइजीन दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों एवं शिविरों के द्वारा आम जनमानस को मौखिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक एवं मुख स्वास्थ्य की आवश्यकता बताने का प्रयास किया जाता है । इस दिन कई संस्थान रोगियों का मुफ्त पेरियोडोंटल उपचार करते हैं तो कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनमानस को मौखिक स्वच्छता किट का मुफ्त वितरण भी करते हैं। भारत सरकार एवं प्रदेश सरकारों द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में उत्तम मुख स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रत्येक जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक दन्त स्वास्थ्य विज्ञानियों की तैनाती की है ताकि प्रारंभिक अवस्था में ही मुख स्वास्थ्य संबंधी रोगों पर काबू पाया जा सके।

शरीर के बाकी अंगों के स्वास्थ्य की तरह मुख स्वास्थ्य भी बहुत आवश्यक व जरूरी है। भारत में अधिकांश आबादी ऐसी है जो वर्ष में एक बार भी मुख स्वास्थ्य उपचार या उसके परामर्श के लिए दंत स्वास्थ्य विज्ञानियों के पास नही जाती है एवं दिन में दो बार ( सुबह व रात को सोते समय) टूथब्रश नही करती। इस कारण समय के साथ उनका मौखिक स्वास्थ्य खराब होता चला जाता है और मुँह से दुर्गंध, मसूड़ों से खून निकलना, मसूड़ों की सूजन, दांतों का क्षरण (कीड़ा लगना) भारत में एक आम समस्या है।

भारत सरकार द्वारा जारी मुख स्वास्थ्य कार्यक्रम के क्रियान्वयन के दिशानिर्देशों में स्पष्ट तौर से उल्लेख है कि भारत की साठ प्रतिशत से लेकर अस्सी प्रतिशत जनसंख्या दाँतों के क्षरण (कीड़ा लगने) और मसूड़ों की बीमारियों से त्रस्त है और साथ ही उल्लेख है कि नियमित दंत परीक्षण एवं शीघ्र हस्तक्षेप और जनसामान्य को मुख स्वास्थ्य हेतु जागरूक करके ज्यादातर सामान्य दंत समस्याओं का बचाव किया जा सकता है।

मुख स्वास्थ्य नज़रअंदाज़ करना पड़ेगा भारी

मुँह की सफाई को नज़रअंदाज़ करना आप पर भारी पड़ सकता है आपका मुँह आपके शरीर के बाकी हिस्सों से कहीं अधिक जुड़ा होता है जितना आप सोच सकते हैं और हमारे शरीर की कई गंभीर बीमारियों की समय रहते पहचान हो सकती हैं । क्योंकि इनके लक्षण मुँह में दिखती देते हैं । इसके अतिरिकय शोधों में यह पता चला है कि सही तरीके से मुँह की सफाई न करने के कारण बैक्टीरियल इंडोकार्डिटिस,अथेरोस्क्लेरोसिस,फेफडों की बीमारियां, उच्च रक्तचाप, कैंसर, बाँझपन से जुड़ी समस्याएं, खून के थक्के जमना,डायबिटीज का खतरा बढ़ना,धमनियों में कड़ापन तक हो सकता है। कई मसूड़ों की बीमारियों की वजह से दाँतों के क्षय के कारण pancreatic कैंसर और भोजन की नली में होने वाला oropharyngyl कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है । मसूड़ों की बीमारियां हृदय रोग से संभावित संबंध रखती हैं । डायबिटीज के मरीजों के अनेक लक्षण मुह में दिखाई देते है । डायबिटीज रोगी के मसूड़ों से खून आम ,ढीले दांतों और पेरियोडोन्टल बीमारियां उसकी इस स्थिति की ओर इशारा करते हैं कि आपकी शर्करा (शुगर) नियंत्रण में नही है।

उत्तम मुख स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी परामर्श -

  • सुबह उठने के बाद एवं रात को सोने से पहले रोज़ाना दो बार ब्रश जरूर करे ।
  • टूथब्रश कम से कम 5 मिनट सही तरीके से अवश्य करें ताकि सभी दाँतो की पूर्ण सफाई सुनिश्चित हो सके।
  • टूथब्रश को केवल दाँतों पर रगड़ें नही। हल्के हाथों से गोल गोल क्रिया करते हुए हरेक दांतों पर करें। साथ ही जीभ की भी सफाई करें।
  •  टूथब्रश करने का सही तरीका जानने को अपने निकटतम दंत स्वास्थ्य विज्ञानी की मदद लें।
  • फ्लोराइड  युक्त टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करें। सूखा पाउडर वाला मंजन और तंबाकू युक्त मंजन से परहेज़ करें।
  • प्रत्येक 3 महीने पर अपना टूथब्रश बदलें और हर 6 महीने पर अपने निकटतम दंत स्वास्थ्य विज्ञानी से नियमित जाँच हेतु संपर्क करें।
  •  पैकेटबंद स्नैक्स , मीठे चिपकने वाले खाद्य पदार्थ का प्रयोग सीमित करें
  •  नियमित रूप से दांत की सफाई के अन्य साधन जैसे फ्लॉस का प्रयोग करें।
  • दन्त स्वास्थ्य विज्ञानी से दाँतों की प्रत्येक वर्ष नियमित सफाई कराएं ।





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